सौर ऊर्जा भारत में बिजली की जरूरत पूरा करने का महत्वपूर्ण स्रोत बन चुका है।सोलर पैनल का बिजली की बचत में महत्व पूर्ण हिस्सा है। सोलर पैनल पर्यावरण को सुरक्षित रखता है और सूर्य के किरणों को बिजली में कन्वर्ट करता है। यह सोलर पैनल की दैनिक प्रक्रिया है। और भारत में सोलर पैनल कहां बनते हैं।भारत से बनी हुई सोलर पैनल कौन से देश में जाते हैं। उनकी डिलीवरी कैसे होती है। और सोलर पैनल में कंपनी वालों को कितना मुनाफा होता है। उसकी संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी आपको इस लेख को अंत तक पढ़ते रहना है। इस लेख में महत्वपूर्ण चर्चा करेंगे।
भारत में सोलर पैनल कहा उत्पादन होता है ?
भारत में सोलर पैनल का निर्माण मुख्य रूप से निम्नलिखित राज्यों में होता है:
- गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा और सूरत में बड़े सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं।
- तमिलनाडु के चेन्नई और होसुर में कई प्रमुख कंपनियाँ सोलर पैनल बनाती हैं।
- महाराष्ट्र के पुणे और मुंबई में बड़े उत्पादन केंद्र स्थित हैं।
- कर्नाटक के बेंगलुरु और मैसूर में सोलर सेल और पैनल बनाए जाते हैं।
- राजस्थान के जयपुर और उदयपुर में सोलर पैनल फैक्ट्रियाँ हैं।
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भारत में सोलर पैनल उत्पाद करने वाली मुख्य कम्पनिया :
- विक्रम सोलर
- अदानी सोलर
- टाटा पावर सोलर
- वॉकहार्ट सोलर
- रेन्यूपावर
भारत से कोन से देशों में सोलर पैनल निकास होते हैं ?
भारत से सोलर पैनल निम्नलिखित देशों को निर्यात किए जाते हैं:
- अमेरिका
- यूरोपीय संघ (जर्मनी, फ्रांस, स्पेन)
- मध्य पूर्व (सऊदी अरब, UAE)
- अफ्रीका (दक्षिण अफ्रीका, केन्या)
- एशिया (वियतनाम, थाईलैंड, बांग्लादेश)
सोलर पैनल का निकास कराती हुई कंपनिया :
सोलर पैनल का निर्यात प्रमुख लॉजिस्टिक कंपनियों द्वारा किया जाता है, जैसे:
- महिंद्रा लॉजिस्टिक्स
- डीएचएल
- फेडेक्स
- एमएसके लॉजिस्टिक्स
सोलर पैनल की डिलीवरी प्रक्रिया :
- ग्राहक या आयातक कंपनी भारतीय निर्माता से ऑर्डर देती है।
- सोलर पैनल को विशेष पैकिंग में लपेटकर कंटेनर में लोड किया जाता है।
- सड़क या रेल मार्ग से बंदरगाह तक पहुँचाया जाता है।
- समुद्री मार्ग से गंतव्य देश भेजा जाता है।
- आयातक देश में कस्टम प्रक्रिया पूरी की जाती है।
- स्थानीय ट्रांसपोर्ट द्वारा ग्राहक तक पहुँचाया जाता है।
सोलर पैनल बनने का खर्च :
एक स्टैंडर्ड 500W सोलर पैनल बनाने की लागत लगभग ₹10,000 से ₹15,000 के बीच होती है। इसमें निम्नलिखित खर्च शामिल हैं:
- सोलर सेल्स
- ग्लास कवरिंग
- फ्रेम (अल्युमीनियम)
- इवा शीट और बैकशीट
- लेबर और अन्य उपकरण
सोलर पैनल बेचने पर मुनाफा :
निर्माण के बाद सोलर पैनल को ₹18,000 से ₹25,000 तक बेचा जाता है। इस प्रकार, प्रत्येक पैनल पर ₹5,000 से ₹10,000 तक का मुनाफा होता है।
सोलर पैनल कंपनी से ग्राहक पहुँचने की प्रोसेस ?
- ग्राहक डीलर या सीधे कंपनी से ऑर्डर देता है।
- यदि स्टॉक में नहीं है, तो निर्माण प्रक्रिया शुरू होती है।
- पैनल को ट्रक या ट्रेन द्वारा ग्राहक के शहर भेजा जाता है।
- कंपनी या स्थानीय टीम द्वारा सोलर पैनल लगाए जाते हैं।