किराए के मकान पर सोलर पैनल लगाने का पूरा प्रोसेस, फायदे और विस्तृत माहिती हासिल करे

solar panels on rented house
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सोलर पैनल : नमस्कार मित्रों, आज के समय में सोलर पैनल लगवाने का लोग बहुत पसंद करते हैं। क्योंकि सोलर पैनल से बिजली की बचत और पर्यावरण की सुरक्षा होती है। इसलिए सौर ऊर्जा बेहतर विकल्प बन चुका है। तो क्या आप भी किराए के मकान पर रहते हैं, और सोलर पैनल लगवाने का सोच रहे हैं। तो यह लेख आपके लिए है! तो इस लेख में किराएदारो के लिए सोलर पैनल लगाने का प्रोसेस और फायदा के बारेमे विस्तृत माहिती प्राप्त करेंगे। तो से लेख को अंत तक पढ़ते रहिये सोलर की चर्चा करते है।

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किराए के मकान में सोलर पैनल :

बहुत से लोग मानते हैं कि सोलर पैनल सिर्फ अपने घर की छत पर ही लगाए जा सकते हैं। परंतु, गुजरात सरकार की नई योजनाओं और पोर्टेबल टेक्नोलॉजी ने इस धारणा को बदल दिया है। अगर आप किराए के मकान में रहते हैं, तो भी आप छोटे स्तर पर सोलर सिस्टम लगाकर बिजली बचा सकते हैं। इसके लिए बस मकान मालिक की अनुमति और सही प्लानिंग जरूरी है।

 किराएदार को भी मिलेगा सब्सिडी का लाभ :

केंद्र और राज्य सरकारें सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए 40% से 60% तक की सब्सिडी दे रही हैं। अच्छी खबर यह है कि अब यह सुविधा किराएदारों के लिए भी उपलब्ध है। हालांकि, शर्त यह है कि सोलर पैनल लगाने के लिए आपको मकान मालिक का लिखित अनुमोदन चाहिए। साथ ही, सिस्टम को पोर्टेबल और रिमूवेबल होना चाहिए, ताकि भविष्य में आसानी से हटाया जा सके।

पोर्टेबल सोलर सिस्टम से कम खर्च बड़ी बचत !

किराए के मकान के लिए 100 वॉट से 300 वॉट क्षमता वाले पोर्टेबल सोलर पैनल सबसे उपयुक्त हैं। ये पैनल रोजाना 0.3 kWh से 1.5 kWh तक बिजली पैदा कर सकते हैं, जो पंखा, लाइट, चार्जिंग जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी है। इनकी कीमत महज 5,000 से 15,000 रुपये के बीच है, और इन्हें आप अपने साथ कहीं भी ले जा सकते हैं।

किराए के मकान में सोलर कैसे लगाए :

  1. सबसे पहले मकान मालिक को सोलर पैनल के फायदे समझाएं और लिखित अनुमति लें।
  2. स्थानीय सोलर वेंडर या एजेंसी से संपर्क करके पोर्टेबल सिस्टम का चयन करें।
  3. गुजरात एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (GEDA) की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरें।
  4. पैनल को बालकनी या खिड़की के पास लगाएं, जहां सूरज की रोशनी सीधी पड़ती हो।

ध्यान रखने योग्य बातें :

  • पोर्टेबल सिस्टम में बैटरी बैकअप जोड़ने से रात में भी बिजली मिलेगी।
  • नियमित रूप से पैनल की सफाई करें, ताकि उनकी क्षमता कम न हो।
  • अगर घर बदलने का प्लान है, तो सिस्टम को डिस्कनेक्ट करके साथ ले जाएं।

पर्यावरण की सुरक्षा !

सोलर एनर्जी न सिर्फ बिजली बिल 50% तक कम करती है, बल्कि प्रदूषण घटाकर प्रकृति की भी मदद करती है। आज हजारों किराएदार पोर्टेबल सोलर सिस्टम का उपयोग करके महीने के 500 से 1000 रुपये तक बचा रहे हैं। तो फिर क्यों न आप भी इस हरित ऊर्जा की ओर कदम बढ़ाएं?

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