हमारे भारत देश में बिजली की कीमत तेजीसे बढ़ा रही है। बिजली की कीमत और पर्यावरण संरक्षण दोनो के कारण सोलर पेनल की माँगा बहुएत बढ़ गई है। और भारत में 5 किलोवाट सोलर पेनल की मांगा बढ़ा ने का कारण यह है की लोग घरमे और छोटे व्यवसाय के लिए लगवानेका बहुत पसंद करते है। इस लिए टिकाऊ विकल्प बन गया है। अगर आप भी अपने घर और व्यवसाय के लिए लगवाने का सोच आहे हो तो इस लेखामें में आपको 5 किलोवाट सोलर पेनल की संपूर्ण जानकरि बताने जा रहा हु। इस लेखमे 5 किलोवाट सोलर पेनल की कीमत और इसके पीछे कितनी सबसीडी मिलती है। और इसकी उत्पादन शक्ति से कितने उपकरण चल सकते है, इसकीपूरी माहिती सामेल है, तो चलो जानते है की इसकी संपूर्ण प्रोसेस क्या है।
5 किलोवाट सोलर पैनल की कीमत कितनी होती है ?
सोलर पैनल की कीमत उसके प्रकार और स्थापना स्थान पर निर्भर करती है। भारत में मुख्य रूप से तीन प्रकार के 5 किलोवाट सोलर पैनल उपलब्ध हैं:
- ऑन-ग्रिड सोलर पैनल – यह सिस्टम बिजली ग्रिड से जुड़ा होता है और अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेज सकता है।
- ऑफ-ग्रिड सोलर पैनल – यह बैटरी-आधारित सिस्टम है जो बिजली कटौती के दौरान बैकअप प्रदान करता है।
- हाइब्रिड सोलर पैनल – यह ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों सुविधाओं को मिलाता है।
5 किलोवाट सोलर पैनल की कीमत आमतौर पर ₹2.5 लाख से ₹4 लाख तक हो सकती है, जिसमें इंस्टॉलेशन और अन्य खर्च शामिल हैं।
5 किलोवाट सोलर पैनल के पीछे सब्सिडी की छूट !
भारत सरकार की प्रधानमंत्री सोलर योजना के तहत, 5 किलोवाट सोलर पैनल पर 40% से 60% तक सब्सिडी मिलती है। यह छूट आपके सोलर पैनल लगाने की लागत को काफी कम कर देती है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग सब्सिडी नियम लागू हो सकते हैं। 5 किलोवाट सोलर पैनल में सरकारी की तरफ से 60% सब्सिडी की छूट है !
5 किलोवाट सोलर पैनल से कितनी बिजली उत्पन होती है ?
एक 5 किलोवाट सोलर सिस्टम प्रतिदिन 20-25 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकता है, जो एक मध्यम परिवार की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। हालांकि, यह उत्पादन मौसम और स्थान के अनुसार बदल सकता है:
- गर्मियों में – अधिक धूप के कारण बिजली उत्पादन अधिक होता है।
- सर्दियों और बरसात में – धूप कम मिलने के कारण उत्पादन थोड़ा कम हो सकता है।
5 किलोवाट सोलर पैनल से कोन से उपकरण चलाये जा सकते है ?
इस सिस्टम से आप घर के जरूरी उपकरणों को आसानी से चला सकते हैं, जैसे:
- एलईडी लाइट्स, पंखे, टीवी, वाई-फाई राउटर
- वाशिंग मशीन, मिक्सर ग्राइंडर
- एयर कूलर और छोटे एसी (1 टन तक)
- रेफ्रिजरेटर, वॉटर पंप
घर के लिए कौन सा सोलर पैनल बेहतर रहरे गए :
- ऑन-ग्रिड सिस्टम – अगर आपके क्षेत्र में बिजली कटौती कम होती है और आप बिजली बिल बचाना चाहते हैं।
- ऑफ-ग्रिड सिस्टम – अगर आपको बैकअप पावर की जरूरत है।
- हाइब्रिड सिस्टम – अगर आप दोनों सुविधाएं चाहते हैं।