EMI Update: आज के समय में लगभग हर परिवार किसी न किसी तरह के लोन की किश्तें चुका रहा है चाहे वह होम लोन, पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन या वाहन लोन हो। शुरुआत में ये EMI आसानी से निभाई जाती है, लेकिन जब खर्चे बढ़ने लगते हैं, तो यही EMI भारी पड़ने लगती है।
अगर आप भी ऐसे ही हालात से गुजर रहे हैं तो घबराइए मत। इस EMI Update में हम आपके लिए लाए हैं 5 बेहद आसान और असरदार तरीके, जो आपके लोन का बोझ हल्का कर सकते हैं और दिल को राहत दे सकते हैं।
आखिर EMI का बोझ बढ़ता क्यों है?
जब हम लोन लेते हैं, तब EMI की राशि साधारण लगती है। लेकिन वक्त के साथ कई कारणों से यह दबाव बढ़ने लगता है:
- महंगाई में लगातार इजाफा
- आय में स्थिरता या कमी
- बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल इमरजेंसी, शादी जैसे अचानक आने वाले खर्चे
- अन्य लोन और क्रेडिट कार्ड के बिल्स
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अपनाइए ये 5 उपाय और हल्का कीजिए EMI का बोझ
- लोन री-फाइनेंसिंग: कम ब्याज दर, कम EMI
री-फाइनेंसिंग का मतलब है अपने मौजूदा लोन को किसी दूसरी बैंक या NBFC में ट्रांसफर करना, जो कम ब्याज दर ऑफर करती हो। इससे आपकी EMI और कुल ब्याज भुगतान दोनों घट सकते हैं।
EMI Update लाभ:
- कम ब्याज दर पर राहत
- EMI में सीधी कटौती
- बेहतर टर्म्स और कंडीशंस
उदाहरण:
राजीव ने 5 साल पहले 11% ब्याज दर पर होम लोन लिया था। अब उन्होंने उसे 8% ब्याज दर वाली बैंक में ट्रांसफर किया, जिससे उनकी EMI ₹3000 कम हो गई।
अतिरिक्त भुगतान करें: प्री-पेमेंट से मिलेगी राहत
जब भी बोनस, निवेश पर रिटर्न या कोई अतिरिक्त आमदनी मिले, तो उसका इस्तेमाल अपने लोन के प्री-पेमेंट के लिए करें।
EMI Update फायदे:
- ब्याज में जबरदस्त बचत
- लोन जल्दी खत्म
- मासिक EMI में गिरावट
उदाहरण:
नीलिमा ने अपने ऑफिस से मिले ₹50,000 बोनस का इस्तेमाल पर्सनल लोन प्री-पेमेंट में किया, जिससे उनका लोन कार्यकाल 6 महीने कम हो गया।
EMI Update EMI तुलना तालिका:
लोन राशि | ब्याज दर | कार्यकाल | अनुमानित EMI | कुल भुगतान |
---|---|---|---|---|
₹5 लाख | 10% | 3 साल | ₹16,134 | ₹5.80 लाख |
₹5 लाख | 10% | 5 साल | ₹10,624 | ₹6.37 लाख |
₹5 लाख | 10% | 7 साल | ₹8,291 | ₹6.97 लाख |